वाराणसी। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में कार्यरत महिला वैज्ञानिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद शुक्रवार को लैब अगले तीन दिनों के लिए बंद कर दी गई। लैब से जुड़े सभी कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन किया गया है।
विवि प्रशासन के मुताबिक लैब को सैनिटाइज व स्टर्लाइज किया जा रहा है। दावा है कि महिला वैज्ञानिक परिसर के बाहर किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आई थी। लैब के पूरी तरह सैनिटाइज होने के बाद विवि की दूसरी प्रशिक्षित रिजर्व टीम जांच का जिम्मा संभालेगी।
जीन एक्सपर्ट मशीन से जांच शुरू
बीएचयू के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डा. राजेश सिंह ने बताया कि माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में काम अस्थायी रूप से स्थगित हो गया है। आइएमएस-बीएचयू में जीन एक्सपर्ट मशीन से सैंपलों की जांच की जा रही है। विभाग के ही दूसरे लैब में 72 लाख रुपये की लागत से जीन एक्सपर्ट मशीन गुरुवार को इंस्टाल की गई थी। इस मशीन से एक घंटे में 16 सैंपल की जांच की जा सकती है। मार्च के पहले सप्ताह से अब तक 5500 से अधिक सैंपलों की जांच की जा चुकी है, जिसमें सिर्फ वाराणसी से 1600 से अधिक सैंपल भेजे जा चुके हैं।
मॉलिक्यूलर बायोलॉजी विभाग तैयार
मॉलिक्यूलर बायोलॉजी यूनिट के लैब को भी कोरोना जांच के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। लैब में रियल टाइम पीसीआर का एक सेट भी तैयार किया जा रहा है, जिसके शुरू होते ही यहां भी परीक्षण कार्य शुरू हो जाएंगे।
महिला वैज्ञानिक का बढ़ाया हौसला
जिलाधिकारी व बीएचयू के अधिकारियों ने महिला वैज्ञानिक से फोन पर वार्ताकर हौसला अफजाई की। डीएम ने कहा कि इतने दिनों तक अनवरत दिन-रात काम कर जनपद की सेवा करने के लिए उनकी प्रशंसा की गई है। इस संकट की घड़ी में पूरा जिला उनके साथ खड़ा है। सभी प्रार्थना करेंगे कि वे जल्दी स्वस्थ होकर घर लौटें।