यमुना व पुल के रास्ते आए 13 कामगारों को पुलिस ने वापस हरियाणा खदेड़ दिया।

बागपत। हरियाणा से कामगारों के आने का सिलसिला जारी है। यमुना व पुल के रास्ते आए 13 कामगारों को पुलिस ने वापस हरियाणा खदेड़ दिया। वहीं सात कामगार पुलिस को चकमा देकर अपने घरों के लिए रवाना हो गए।



बिहार के सात कामगार हरियाणा से यमुना के रास्ते बुधवार शाम पक्का घाट के निकट खादर में पहुंचे। कामगारों के आने की जानकारी मिलते ही कस्बा चौकी प्रभारी एसआइ बलराम सिंह पुलिस टीम के साथ खादर में पहुंच गए और उन्होंने कामगारों को रोक दिया। कामगारों ने पुलिस से आग्रह किया कि हमको घर जाने दीजिए, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। बाद में कामगारों को बैल-बुग्गी से यमुना के रास्ते ही हरियाणा भेज दिया। चौकी प्रभारी का कहना है कि बागपत की किसी महिला के साथ कामगार यमुना के रास्ते पैदल चलकर आए थे। जिनको वापस भेजा गया है। वहीं हरियाणा से छह कामगार पैदल चलाकर यूपी बॉर्डर की निवाड़ा चौकी पर पहुंचे, जहां पर चौकी प्रभारी जर्नादन प्रसाद ने कामगारों को वापस लौटा दिया। उधर एसडीएम रामनयन का कहना है कि यमुना के रास्ते या अन्य स्थानों से पैदल चलकर किसी को अपने गंतव्य पर नहीं जाना चाहिए। यदि किसी को कोई दिक्कत है तो संबंधित अफसरों से शिकायत करें, ताकि उनकी समस्या का निस्तारण हो सके।


जौनपुर व मिर्जापुर के लिए रवाना हुए कामगार



 


पंजाब के लुधियाना से पैदल चलकर आए सात कामगार रोहित तिवारी, राजू, संदीप, सुरेश, राजन तिवारी, दिनेशचंद, रमेश पटेल पुलिस को चकमा देकर बागपत पहुंच गए। वहीं दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे व ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से अपने गृह जनपद जौनपुर और मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए।