देहरादून। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड के लिए एक अच्छी खबर भी है। जनपद पौड़ी के बाद अब अल्मोड़ा भी कोरोना मुक्त हो गया है। यहां अभी तक एक जमाती कोरोना संक्रमित पाया गया था, जो कई दिन पहले ठीक हो चुका है। 28 दिन से यहां कोई नया मामला भी नहीं आया है।
जनपद अल्मोड़ा के रानीखेत में बीती छह अप्रैल को पूर्णिया बिहार निवासी एक जमाती कोरोना संक्रमित पाया गया था। वह अर्से से यहां रहता है। यह व्यक्ति 14 मार्च को जमात में शामिल होने दिल्ली गया और 16 मार्च को वापस लौटा। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आने के बाद 19 मार्च को उसे क्वारंटाइन किया गया था। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसका बेस अस्पताल अल्मोड़ा में इलाज चला।
जमाती के निवास स्थान कुरेशियन मोहल्ला सहित इससे लगे सुदामापुरी और लोअर खड़ी बाजार को प्रशासन ने सील कर दिया था। जमाती के अन्य तीन साथियों का भी टेस्ट कराया गया, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। बहरहाल कोरोना संक्रमित यह जमाती कई दिन पहले स्वस्थ हो गया है।
इसके बाद से जनपद अल्मोड़ा में कोरोना का कोई और मामला भी नहीं आया है। इससे पहले जनपद पौड़ी कोरोना मुक्त हो चुका है। यहां 39 दिन से कोई नया मामला नहीं है। इसके अलावा हरिद्वार में 15 और नैनीताल में नौ दिन से कोई नया मामला नहीं है। उत्तराखंड के सात पर्वतीय जिलों बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी में अभी तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया है।
कारगी ग्रांट क्षेत्र लॉकडाउन से आया बाहर
चार अप्रैल को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पृथक रूप से लॉकडाउन किए गए कारगी ग्रांट क्षेत्र को खोल दिया गया है। इस क्षेत्र में 28 दिन से कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने न आने पर यह निर्णय लिया गया है। इस तरह दून में एक कंटेनमेंट जोन कम हो गया है। अब इस क्षेत्र पर देहरादून जिले का सामान्य लॉकडाउन (17 मई तक) प्रभावी रहेगा। यानी कि यहां के लोग सोमवार से मिल रही तमाम छूट का लाभ उठा सकेंगे।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने आदेश पर कारगी ग्रांट को भगत सिंह कॉलोनी के साथ पृथक लॉकडाउन किया गया था। इस निर्णय के बाद भगत सिंह कॉलोनी में नए मामले सामने आए और कॉलोनी को सील कर दिया गया था। इसके बाद देहरादून की मुस्लिम बस्ती (लक्खीबाग), डोईवाला की केशवपुरी व झबरावाला बस्ती को भी सील किया गया। यहां भी संक्रमण के नए मामले सामने न आने के बाद जल्द दून में कुछ और कंटेनमेंट जोन घट सकते हैं। हालांकि, आजाद कॉलोनी, ऋषिकेश के तीन जोन व चमन विहार में एक कंटेनमेंट जोन अस्तित्व में आने बाद कुछ चुनौती अभी भी बाकी है।
जमातियों के संपर्क में आए तीन दर्जन का पता चला
हरिद्वार मिले आठ जमातियों के संपर्क में आने वाले करीब तीन दर्जन का पता तो चल गया, लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें से किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। हालांकि पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था का कहना है कि जमातियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद यदि उनमें से कोई पॉजिटिव आता है तो संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ट्रेस कर जांच कराई जाएगी।
बता दें, गुरुवार देर शाम हरिद्वार के बहादराबाद थाने की पुलिस ने मगरूमपुर गांव की मस्जिद में छिपे आठ जमातियों को पकड़ा था। इस दौरान एक जमाती मौके से फरार हो गया था। जांच में पाया गया कि सभी मगरूमपुर और मुस्तफाबाद के निवासी हैं। जो 25 फरवरी को देहरादून के सहसपुर की एक जमात में शामिल हुए थे और 28 मार्च को हरिद्वार लौटे थे। तभी से मस्जिद में छिप कर रह रहे थे।
राहत की बात यह रही करीब डेढ़ महीने के दौरान किसी में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे। ऐसे में पुलिस का मानना है कि इन सभी के कोरोना संक्रमित होने का खतरा कम है, लेकिन अभी दावे के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसके लिए पुलिस सभी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि हरिद्वार पुलिस कांटेक्ट ट्रेसिंग में लगी है। सभी ने एक तरह से क्वारंटाइन अवधि के बराबर का समय बिता लिया है, लेकिन टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।